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अलसी के फायदे - 10 Amazing Health Benefits of Flaxseeds in Hindi

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Saturday, May 26, 2018 By Chauhan All Tech

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Benefits of Flaxseeds in Hindi

Flaxseed in Hindi – आज हम आपको जिस विषय में बताने जा रहे है है वह है: Flaxseed Benefits in Hindi and Flaxseed Side Effects in Hindi। दोस्तों क्या आप जानते है की अलसी के बीज मनुष्यो द्वारा खाये जाने वाले सबसे पुराने खाद्य पदार्थों में से एक हैं। आज के समय में पूरे विश्व में विभिन्न प्रकार के व्यंजनों मैं अलसी के बीज के स्वास्थवर्धक लाभों के कारण इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। जिसके चलते वैज्ञानिको द्वारा अलसी के बीजो को “Super Food” की उपाधि भी दी गयी है।


तो दोस्तों आज की इस पोस्ट “अलसी के फायदे और अलसी के नुकसान – Flaxseed Benefits and Side Effects in Hindi” के माध्यम से हम ये जानने की कोशिश करेंगे की ऐसा क्या है अलसी के बीज में जिसके की सेवन से आपको क्या स्वास्थवर्धक लाभ और नुकसान हो सकते है।



इससे पहले की दोस्तों हम आपको Flaxseed Benefits के बारे में बताये उससे पहले आईये जानते है Flaxseed in Hindi यानी अलसी के बीज के बारे में इन हिंदी।


फ्लेक्ससीड क्या है


Flaxseed in Hindi: फ्लेक्ससीड, अलसी के बीज जिसे कभी-कभी linseeds भी कहा जाता है, ये दिखने में छोटे, भूरे, या सुनहरे रंग के बीज होते हैं। इसका अखरोट जैसा स्वाद और सुगंध बहोत लोगों द्वारा पसंद किया जाता है। अलसी के बीज की पहचान का कारण इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व है। अलसी के बीज में फाइबर सबसे अधिक पाया जाता है, इसके अलावा अलसी के बीज में मैंगनीज, थाइमिन और मैग्नीशियम, फास्फोरस, जिंक, विटामिन बी 1, प्रोटीन, ओमेगा -3 फैटी एसिड भी पाया जाता है।


अलसी के बीजो में पाए जाने वाले खनिजों और पोषक तत्वों को सारणी के माध्यम से आसानी से समझे:




  • Calories: 37

  • Saturated fat: 0.3 ग्राम

  • Carbs: 2 ग्राम

  • Protein: 1.3 ग्राम

  • Total fat: 3 ग्राम

  • Fiber: 1.9 ग्राम

  • Monounsaturated fat: 0.5 ग्राम

  • Polyunsaturated fat: 2.0 ग्राम

  • Omega-3 fatty acids: 1,597 मिली ग्राम

  • Iron: 2% of the RDI

  • Calcium: 2% of the RDI

  • Folate: 2% of the RDI

  • Phosphorus: 4% of the RDI

  • Potassium: 2% of the RDI

  • Magnesium: 7% of the RDI

  • Vitamin B1: 8% of the RDI

  • Vitamin B6: 2% of the RDI

अलसी के बीज लस मुक्त होते हैं। इसीलिए यदि आपको गेहूं से एलर्जी है तो अलसी के बीज आपके लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकता हैं। इस प्रकार दोस्तों हमने अभी आपको अलसी के बीज में पाए जाने वाले पोषक तत्वों और खनिजों के बारे में बताया, तो आईये अब आगे बढ़ते है और बात करते है अलसी के फायदे – Flaxseed Benefits in Hindi.


ह्रदय रोग के जोखिम को कम करने में


Flax Seeds for Heart Disease in Hindi: यदि आप हृदय रोग के लिए अपना जोखिम कम करना चाहते हैं, तो Flaxseed यानि के अलसी के बीज आपके लिए एक बहोत ही लाभकारी आहार है क्योंकि फ्लेक्ससीड ओमेगा 3 फैटी एसिड, फाइबर, और फाइटोकेमिकल लिग्नांस का एक समृद्ध स्रोत है।


अलसी के बीज उन लोगो के लिए बहोत ही अच्छा विकल्प है जो की मछली खाना पसंद नहीं करते है और बिना मछली खाये ओमेगा 3 फैटी एसिड की पूर्ति करना चाहते है, जो की जो कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप को कम करके दिल की बीमारी को कम करने के लिए जाना जाता है।




इसके अलावा, अलसी के बीज धमनियों में प्लाक के निर्माण को कम कर, दिल की बीमारी और स्ट्रोक के खतरे को कम करने में मदद करते है। इसीलिए एक स्वस्थ हृदय पाने के लिए अपने दैनिक आहार में एक चम्मच पिसे हुए अलसी बीज को जरूर शामिल करें।


कोलेस्ट्रॉल कम करने में


Flax Seeds for Cholesterol Control in Hindi: हाल ही के कुछ वर्षो में अलसी के बीज की लोकप्रियता उनके स्वास्थ्य-सुरक्षात्मक गुणों के कारण काफी बढ़ी है। अलसी के बीज अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (Alpha-Linolenic Acid) का एक बहोत ही अच्छा स्रोत है। यह पोधो से प्राप्त होने वाला omega-3 fats है, जो एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (LDL Cholesterol) को कम करने के साथ-साथ ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर (Triglycerides Levels) को भी कम करता है।


पोषण अनुसंधान में प्रकाशित 2010 के एक अध्ययन में पाया गया कि 100 मिलीग्राम फ्लेक्ससीड लिगनेन का रोजाना सेवन करने से ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल को आसानी से काबू किया जा सकता है।




वजन कम करने में


Flax Seeds for Weight Loss in Hindi: क्या आप अपना वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं? क्या आप अपना वजन घटाना शुरू करना चाहते हैं? अगर हाँ तो आज ही अपने आहार में अलसी के बीज को शामिल करे। न्यूट्रिशन के जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि अलसी के बीज और अखरोट का सेवन कर आप मोटापा और वजन पर आसानी से काबू पा सकते है।


चूंकि अलसी में वसा और फाइबर भरपूर मात्रा में होती है, जिसके कारण इसका सेवन करने पर लम्बे समय तक भूख नहीं लगती है। वजन घटाने के लिए पिसे हुए अलसी के बीज का सेवन करना काफी फायदेमंद रहता है। क्योंकि साबूत अलसी के बीज का सेवन करने पर हमारा पाचन तंत्र सभी पोषक तत्वों को सही से पचा नहीं पाता है। तो ऐसे में वजन कम करने के लिए आप पिसे हुए अलसी के बीजो का ही इस्तेमाल करे।


मोटापा कम करने के लिए आप रोजाना एक चम्मच पिसे हुए अलसी के बीजो का इस्तेमाल कर सकते है।


रजोनिवृत्ति और हार्मोनल इम्बैलेंस सही करने में


Flax Seeds for Menopause in Hindi: 2010 के एक अध्ययन में पाया गया कि अलसी के बीज रजोनिवृत्त महिलाओं (menopausal women) में रजोनिवृत्ति के इलाज में बहोत ही लाभदायक हो सकते हैं। अलसी में पाए जाने वाले लिगनन यौगिक में एस्ट्रोजेनिक गुण होते हैं जिसकी मदद से Hot flashes, मूड में उतार-चढ़ाव और योनि का सूखापन कम हो जाता है।


Hot flushes रजोनिवृत्ति के एक आम लक्षण हैं और कुछ सुझाव है कि flaxseed इन लक्षणों की कुछ राहत दे सकता है अलसी के बीज Hot flushes की तीव्रता और आवृत्ति को कम कर सकता है। हॉट फ्लश चार साल तक रह सकते हैं, और लगभग 80% महिलाओं को प्रभावित करते हैं।


जैसा की आप जानते ही है दोस्तों की अलसी के बीज में ओमेगा 3 फैटी एसिड में उच्च मात्रा में पाया जाता है। अध्ययन बताते हैं कि ओमेगा 3 का अधिक सेवन करने पर वे रजोनिवृत्ति के लक्षण की संभावना को कम कर सकती है।


कैंसर से लड़ने और बचाने में


Flax Seeds for Cancer in Hindi: अलसी के बीज का नियमित सेवन शरीर को कोलन कैंसर (colon cancer), प्रोस्टेट कैंसर (prostate cancer), और स्तन कैंसर (breast cancer) से बचा सकता है। ओमेगा -3 फैटी एसिड (Omega-3 fatty acids) कैंसर की कोशिकाओं को स्वस्थ कोशिकाओं पर घूमने से रोकता है। अगर शरीर में कैंसर ट्यूमर का विकास होने लगता है, तो अलसी के बीज में मौजूद लिग्नांस (lignans) कैंसर ट्यूमर को नई ब्लड सप्लाई (anti-angiogenesis) को रोक देते है, जिसके कारण ट्यूमर वहीँ ठहर जाता है।




अगर दूसरे शब्दों में कहे तो, अलसी के बीज कैंसर को बढ़ाने वाली बुनयादी आवश्यकताओ को पूरी नहीं होने देता है जिसके कारण कैंसर बढ़ नहीं पाता है।


ब्लड प्रेशर कम करने में


Flax Seeds for Lowering Blood Pressure in Hindi: जैसा की दोस्तों आप लोग ये जानते ही है की आज के समय में हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) कितनी बड़ी समस्या है। भारत में लगभग एक तिहाई लोग हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान है। अगर United States की बात करे तो हाई ब्लड प्रेशर के कारण वहां के लोगो में दिल की बीमारी और स्ट्रोक की समस्या और भी अधिक हो गयी है।


ऐसे में अगर आप भी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित है और अपने ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करना चाहते है तो आपको चाहिए की आप भी रोजाना एक चम्मच अलसी के बीजो का सेवन करे। जी हाँ दोस्तों अलसी के बहोत सारे फायदों में से एक फायदा ये भी है की अलसी के बीज हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है।


अलसी के बीज का स्वाद कई लोगो को पसंद नहीं आता है ऐसे में आप इसका सेवन दही, जूस, सैंडविच, या सब्जी में मिला कर कर सकते है।


ब्लड शुगर नियंत्रित करने में


Flaxseeds for Control Blood Sugar in Hindi: एक स्वस्थ शरीर की कामना करने वाले व्यक्ति को अपने आहार में अलसी के बीज को जरूर शामिल करना चाहिए। क्योंकि फ्लेक्ससीड का रोजाना सेवन करने पर आपका शरीर कई तरह की बीमारियों से मुक्ति पा सकता है। उन्ही बीमारियों में से एक रोग ब्लड शुगर, मधुमेह भी है।


जी हाँ दोस्तों अगर आप ब्लड शुगर या मधुमेह रोग से परेशान है तो आप भी ब्लड शुगर या मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए अलसी के बीज का सेवन कर सकते है। Flexseed में कई महत्वपूर्ण खनिज और पोषक तत्व पाए जाते है तो शरीर को सुचारु रूप से कार्य करने में मदद करते है। जिसमे की ओमेगा-3 आवश्यक फैटी एसिड प्रमुख है। ओमेगा -3s शरीर के विकास, हृदय, स्वास्थ्य और मस्तिष्क के लिए बहोत ही आवश्यक हैं, लेकिन कई बार हमारे सही खान-पान के कारण इसकी पूर्ति नहीं हो पाती है।


डॉक्टरों द्वारा द्वारा अध्ययन कर ये पता लगाया गया है की व्यक्ति अपने खाने के साथ ५० ग्राम अलसी के बीज का सेवन कर अपने ब्लड शुगर को २७ परसेंट तक कम कर सकते है।


बालो को बढ़ाने में


Flaxseeds for Hair Growth in Hindi: बालो का विकास या बालो का बढ़ना (Hair Growth) एक बहोत ही धीमी प्रक्रिया है। कई बार तो भोत ही ज्यादा समय लग जाता है इन्हे बढ़ाने में। ऐसे में आप बालो के विशेषज्ञों की मदद से आपके बालो की गति को बढ़ा सकते है। मगर ये समाधान भी भी लम्बे समय तक नहीं चल पाते है और काफी खर्चीले भी होते है।


लेकिन आप ये जानकार खुश हो जायेंगे की अलसी के बीज की मदद से आप अपनी Hair Growth को आसानी से बढ़ा सकते है। जी हाँ दोस्तों अलसी के बीज में विटामिन E पाया जाता है जो की बालो को टूटने और स्कैल्प को डैमेज होने से बचाते है। फ्लेक्ससीड बालो के ph लेवल और आयल प्रोडक्शन को भी बैलेंस करते है। इसके अलावा अलसी के बीज में पाए जाने वाले Omega-3 fatty acids फॉलिकल्स को नरिश कर मजबूत बनाते है।


बालो को बढ़ाने के लिए आप अलसी का उपयोग साबूत, पिसा हुआ या फ्लेक्ससीड आयल किसी भी रूप में कर सकते है।


त्वचा में सुधार के लिए


Flaxseeds for Skin Problems in Hindi: अगर दोस्तों आप भी अपनी त्वचा को सूंदर और चमकता हुआ बनाना चाहते है तो आप अलसी के बीज का उपयोग जरूर करे। क्यंकि अलसी के बीज में मौजूद ओमेगा-३ फैटी एसिड आपकी त्वचा को दमकता हुआ बनाने में आपकी मदद करता है। इसके अलावा इसमें मौजूद Antioxidants और phytochemicals रिंकल्स, पिम्पल्स से भी छुटकारा दिलाते है।


इसमें मौजूद मॉइस्चराइजिंग तत्व त्वचा को रूखा सूखा होने व त्वचा को सांवल होने से बचाते है। अलसी के बीजो का इस्तेमाल आप फेसपैक बनाने के लिए भी कर सकते है।


पाचन शक्ति के सुधार में


Flaxseeds for Digestion Problems in Hindi: अलसी के बीजो को में उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है, इसीलिए एक बेहतर पाचन तंत्र के लिए पिसे हुए अलसी के बीजो का सेवन काफी लाभकारी रहता है। पाचन क्रिया सही तरीके से कार्य करे इसके लिए ये आवश्यक है की रोजाना सही मात्रा में Flex seeds का सेवन किया जाए। एक वयस्क को प्रतिदिन १८ ग्राम फाइबर की आवश्यकता होती है।


इसके अलावा अलसी के बीज में स्वस्थ तेल और लिग्नंस (lignans) भी होते है जो की पाचन क्रिया को सही तरीके से कार्य करने में मदद करते है।


तो जैसा की दोस्तों अभी हमने आपको अलसी के बीज के फायदे (Flaxseed Benefits in Hindi) के बारे में बताया, तो आइए अब जानते है अलसी के नुक्सान (Side Effects of Flaxseeds) के बारे में।


Side Effects of Flaxseed in Hindi


  • अलसी में अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता हैं, जो पानी की कमी होने पर पेट में गैस, एसिडिटी जैसी समस्याओं को जन्म देते हैं। इसीलिए अलसी के बीज या अलसी के चूरन का इस्तेमाल के साथ काफी सारा पानी भी पिए।

  • जिन व्यक्तियों को Linaceae plant से एलर्जी है वो इसका सेवन न करे।

  • गर्भवती महिलाये व स्तनपान कराने वाली महिलाये अलसी के बीजो का उपयोग न करे क्योंकि गर्भवस्था में इसका उपयोग करने पर गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है।

  • अगर आप पहले से कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाली (cholesterol-lowering medications), डायबिटीज कंट्रोल करने वाली (blood sugar-lowering medications), या रक्त को पतला करने वाली (Blood-thinning medications) दवाये ले रहे हैं तो अलसी का प्रयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले।

  • जिन व्यक्तियो को ब्लीडिंग की प्रॉब्लम रहती है वो लोग भी अलसी के बीजो का सेवन न करे।

  • आपको पाइल्स की समस्या है तो इसका प्रयोग न करें।

How To Eat Alsi Seeds in Hindi


अलसी के बीजो का सेवन किस तरह से किया जाए इसके ऊपर काफी समाय से बहस चल रही है। लेकिन ये सच है की अगर अलसी के बीजो को अच्छे से चबाकर नहीं खाया गया तो उसे पचाया नहीं जा सकता है। इसीलिए ज्यादातर इसका सेवन मुख्य रूप से पिसे हुए यानि के चूर्ण के रूप में या तेल के रूप में किया जा सकता है।


फ्लेक्ससीड्स को हमेशा साबूत ही खरीदना चाहिए। व आवश्यकता पड़ने पर इसे पीसकर इसका सेवन करना चाहिए। अलसी के बीज को हमेशा एयर टाइट डिब्बे या फ्रीजर में रखना चाहिए। ताकि लम्बे समय तक इसमें पोषक तत्व इसमें मौजूद रहे।


पिसे हुए अलसी के बीज का सेवन आप रोजाना दही, दलिया, पुलाव, सैंडविच आदि के साथ कर सकते है।


तो दोस्तों इसी के साथ हम ये आशा करते है की आपको हमारा ये लेख “अलसी के फायदे और अलसी के नुकसान – Flaxseed Benefits and Side Effects in Hindi” बहोत ही पसंद आया होगा। पसंद आने पर कृपया कर इस लेख को Whatsapp, Facebook, Twitter व अन्य Social Media Websites पर अधिक से अधिक जरूर शेयर करे। Flaxseed Benefits in Hindi, और Side Effects of Flaxseed in Hindi सम्बंधित अगर आपके कोई प्रश्न हो तो आप हमे नीचे कमेंट बॉक्स के माध्यम जरूर लिखे।






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